Best Sad Shayari in Hindi For Girlfriend, Boyfriend, Whatsapp and Facebook :
बर्बाद हो गए थे हम
बर्बाद हो गए थे हम दुनिया ने यूँ हमको सताया था,
हर एक मोड़ पे हम गिरते थे किसी ने भी न हमको उठाया था,
तब तूने ही सनम एक उम्मीद का दिया जलाया था,
अपने हर एक गम को छुपकर मुझे जीना सिखाया था.
उसने कहा प्यार एक दर्द है
उसने कहा प्यार एक दर्द है..
हमने कहा दर्द कबूल है..
उसने कहा दर्द के साथ जी न पाओगे..
हमने कहा तेरी प्यार के साथ मरना कबूल है.
जब हमे उनसे मुहब्बत थी
जब हमे उनसे मुहब्बत थी..
तो उन्हे हमारी मुहब्बत पे शक था..
दोस्तों..
जब उन्हे हमारी मुहब्बत का एहसास हुआ..
तो हम पर किसी और का हक़ था..
ये फैसला था
ये फैसला था खुदा का या जाने साज़िश थी
ज़माने की…
हम दूर हो गए उनसे उतना ही..
जितनी ख्वाहिश थी हमें उनके करीब आने की..!!
बर्बाद हो गए थे हम
बर्बाद हो गए थे हम दुनिया ने यूँ हमको सताया था,
हर एक मोड़ पे हम गिरते थे किसी ने भी न हमको उठाया था,
तब तूने ही सनम एक उम्मीद का दिया जलाया था,
अपने हर एक गम को छुपकर मुझे जीना सिखाया था.
उसने कहा प्यार एक दर्द है
उसने कहा प्यार एक दर्द है..
हमने कहा दर्द कबूल है..
उसने कहा दर्द के साथ जी न पाओगे..
हमने कहा तेरी प्यार के साथ मरना कबूल है.
जब हमे उनसे मुहब्बत थी
जब हमे उनसे मुहब्बत थी..
तो उन्हे हमारी मुहब्बत पे शक था..
दोस्तों..
जब उन्हे हमारी मुहब्बत का एहसास हुआ..
तो हम पर किसी और का हक़ था..
ये फैसला था
ये फैसला था खुदा का या जाने साज़िश थी
ज़माने की…
हम दूर हो गए उनसे उतना ही..
जितनी ख्वाहिश थी हमें उनके करीब आने की..!!
कसूर न उनका था न मेरा
कसूर न उनका था न मेरा,
हम दोनों ही रिश्तों की रश्मे निभाते रहे,
वो दोस्ती का अहसास जताते रहे,
और हम मोहब्बत को दिल में छुपते रहे..!!
दर्द का एहसास
दर्द का एहसास जानना है तो प्यार कर के देखो,
अपनी आँखों में किसी को उतार कर देखो,
चोट उनको लगेगी आंसू तुम्हे आ जायेंगे,
ये एहसास जानना हो तो दिल हार कर देखो.
कभी रो के मुस्कुराये
कभी रो के मुस्कुराये कभी मुस्कुरा के रोये,
जब भी तेरी याद आई तुझे भुला के रोये,
एक तेरा ही तो नाम था जिसे हज़ार बार लिखा,
जितना लिख के खुश हुए उस से ज्यादा मिटा के रोये..
प्यार के उजाले में
प्यार के उजाले में गम का अँधेरा आता क्यों है
जिसको हम चाहे वही रुलाता क्यों है
अगर वो मेरे नसीब में नही
तो खुदा ऐसे लोगो से मुझे मिलाता क्यों है?
प्यार के उजाले में
प्यार के उजाले में गम का अँधेरा आता क्यों है
जिसको हम चाहे वही रुलाता क्यों है
अगर वो मेरे नसीब में नही
तो खुदा ऐसे लोगो से मुझे मिलाता क्यों है?
