Zika Virus in Hindi – Janiye Iske Prabhav, Lakshan aur Upchar
पुरे विश्व मे ज़ीका वायरस एक बहुत बड़ा खतरा बनकर मंडरा रहा है। आपने भी इसके बारे में अख़बार या टेलीविज़न पर देखा और सुना होगा। यह लैटिन अमेरिका के कई देशो को अपनी चपेट मे ले चूका है। इसके खतरे का अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है की केवल ब्राज़ील मे 15 से 20 लाख लोग इसके संक्रमण से प्रभावित है।
यह बहुत तेजी से पुरे विश्व मे अपनी पकड़ बनाता जा रहा है। यह डेंगू के एडीज एजिप्टी नामक मच्छर से फैलता है। डेंगू मच्छरों की भरमार भारत मे बहुत अधिक है। खासकर देश की राजधानी डेल्ही मे डेंगू का एडीज मच्छर हर साल आफत बनता है। ऐसे मे अगर ज़ीका वायरस का सोर्स यहाँ भी आ जायेगा तो खतरा और बढ़ जायेगा।
यह देशवासी के लिए एक नया वायरस है इसलिए इसकी शरीर मे तुरंत एंटी बॉडी भी नहीं बनेगी और इसका अटैक ज्यादा खतरनाक होगा। डॉक्टर्स के अनुसार वैसे इस वायरस की वजह से जान का खतरा कम होता है लेकिन यह जिस गर्भवती महिला को हो जाता है, उसके गर्भ मे पल रहे बच्चे के ऊपर इसका बुरा असर पड़ता है।
इस मच्छर के काटने से Microcephaly aur Neurological समस्या उत्प्पन हो जाती है, जो गर्भ मे पल रहे बच्चे के दिमाग का सम्पूर्ण विकास नहीं हो पाता है और सर छोटा रह जाता है। इसलिए ब्राज़ील ने अपने देश की महिलाओ को अगले 5 – 6 महीनो तक गर्भवती न होने की सलाह दी है। आइये जानते है Zika Virus in Hindi को विस्तार से।
Zika Virus in Hindi: Janiye Iske
Lakshan aur Upchar Ke Tarike
1947 Mai Hui Thi Pahchaan
ज़ीका वायरस के संक्रमण का सबसे पहला केस 1947 मे योगानंद मे दर्ज किया गया था। जहा जीका नामक जंगलो मे बंदरो के अंदर यह वायरस पाया गया था। इसका पहला मरीज 1954 मे नाइजीरिया मे पाया गया था। अब तक यह संक्रमण 24 देशो मे फ़ैल चुक्का है। अकेले वेनेज़ुएला मे ही इसके 4700 मामले सामने आये है और 4000 के लगभग नवजात शिशु इसके शिकार हुए है। इसकी गंभीरता का अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है की WHO (Vishv Swasthya Sangthan) ने इससे लेकर विशेष चेतावनी जाहिर की है।
Garbhvati Mahila aur Bacche ke Liye
Khatarnak
सामान्य लोगो की तुलना मे यह गर्भवती महिला और उनके गर्भ मे पल रहे बच्चे के लिए यह बहुत अधिक खतरनाक वायरस है। इसका उदहारण हाल ही मे ब्राज़ील मे देखने को मिला, अक्टूबर 2015 से लेकर अब तक वहाँ 3500 से अधिक नवजात शिशु इस संक्रमण से प्रभावित हो चुके है। जिस वजह से उनका सर छोटा और दिमाग अविकसित रह गया है।
L साल्वाडोर कोलंबिया आदि देशो मे ज़ीका वायरस के संक्रमण के कारण महिलाओ को अगले 2 साल तक प्रेग्नेंट होने से बचने के लिए कहा है। भारत मे अभी तक यह बीमारी पहुंची नहीं है, लेकिन इसे लेकर भारत सरकार विशेष सतर्कता बरत रही है।
Zika Virus Symptoms: Janiye Iske
Lakshan
इसके लक्षणों का पता इस मच्छर के काटने के 10 दिन बाद लगता है। ज़ीका वायरस से पीड़ित हर 5 मे से 1 व्यक्ति मे इसके लक्षण दिखाई देते है। इस वायरस से शिकार व्यक्ति मे सर दर्द, जोड़ो मे दर्द, आँखे लाल होना, उल्टी आना, बेचैनी, चिड़चिड़ापन आदि लक्षण दिखाई देते है। इससे पीड़ित व्यक्ति को कम्पलीट बेड रेस्ट लेना चाहिए, खूब पानी पीना चाहिए, शरीर मे दर्द होने पर पेरासिटामोल या असटामिनोफें लिया जा सकता है, लेकिन आइबूप्रोफेन दवा नहीं लेना चाहिए। ज़ीका वायरस सिम्पटम्स को समझे और इसके लक्षणों को पहचाने।
Zika Virus se Bachav ke Kargaar Upay
इस वायरस से बचने का क्या तरीका है और वो क्या उपाय है जिनसे हम इस संक्रमण से बच सकते है। आइये जानते है इससे बचने के उपाय –
- विश्व स्वस्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार ज़ीका वायरस को रोकने का सबसे अच्छा तरीका है मछरो की रोकथाम करना, इसलिए सबसे जरुरी है मच्छरों को अपने आसपास या घरो मैं न पनपने दे, घर मे साफ़ सफाई रखे ताकि किसी प्रकार से घरो मे मच्छरों का आगमन न हो सके। मच्छरों के प्रजनन को रोकने के लिए आसपास गमले, बाल्टी, कूलर आदि मे गन्दा पानी न एकत्र होने दे।
- WHO का कहना है की मच्छरों से बचने के लिए पुरे शरीर को ढकने वाले कपडे पहने, हलके रंग के कपडे पहने तथा बच्चो को विशेष रूप से ध्यान रखे।
- बुखार, जोड़ो मे दर्द, गले मे खराश, आँखे लाल होने जैसे लक्षण नजर आने पर स्वमं चिकित्सा न करे और न ही कोई घरेलु उपचार द्वारा अपना समय नष्ट करे, सीधे डॉक्टर के पास जाये और उनसे परामर्श ले। क्योकि अभी इसका कोई निश्चित उपचार नहीं है।
- इस रोग से पीड़ित व्यक्ति को कम्पलीट बेड रेस्ट लेना चाहिए, अधिक पानी या तरल पदार्थो का सेवन करना चाइये।
- रात मे मछरदानी लगाए या कोइल का इस्तेमाल करे ताकि मच्छरों से बचा जा सके।
वैसे तो यह वायरस ने भारत मे कदम नहीं रखा है लेकिन इसकी रोकथाम अभी से करना बहुत ही आवश्यक है, इसलिए सावधानी बरते इसके लक्षणों और उपचार को ध्यान रखे। अपने बच्चो को इसके बारे मे बताये उन्हें भी सतर्क रहने के लिए कहे।
ब्राज़ील मे यह वायरस अपने चरम पर है, वह लगभग 15000 भारतीय रहते है। अगर कोई भारतीय जो ज़ीका से संक्रमित है और वो यहाँ आ जाये तो संभव है की भारत में भी इसके प्रवेश हो जाये, क्योकि कोई भी वायरस 10 दिनों तक शरीर के अंदर ज़िंदा रह सकता है।
ज़ीका वायरस के बारे मे रोज-रोज नए खबरे सामने आ रही है। एक ताजा न्यूज़ के अनुसार की यह वायरस केवल मच्छरों के काटने से ही नहीं फेल रहा है बल्कि असुरक्षित योन सम्बन्धो को बनाने की वजह से भी फेल रहा है।
ब्राज़ील से ज़ीका वायरस से प्रभावित होकर फ्रांस का एक व्यक्ति अपने घर वापस लोटा है, जहा सम्भोग करने की वजह से यह वायरस उसके पार्टनर को भी लग गया है। फ्रांस की स्वास्थ्य मंत्र ने बताया की महिला अभी गार्वती तो नहीं हुई है लेकिन वह भी इस संक्रमण से प्रभावित हो चुकी है।
अमेरिका मे भी एक केस ऐसा ही देखने को मिला है। जिसमे पुष्टि हुयी है की योन सम्बन्ध बनाने से यह उसके पार्टनर तक पहुँच गया है। इसके अलावा कई लोगो मे इसके संक्रमण योन सम्बन्ध बनाने की वजह से ही पहुंचे है। अमेरिका मई WHO ने लोगो को इससे बचने और महिलाओ को अगले 1 से 2 साल तक गर्भवती न होने के सुझाव भी दिए जा रहे है।
Iski Koi Dawa Nahi Hai
विशेषज्ञओ के अनुसार, अभी तक इस वायरस की रोकथाम के लिए कोई भी टिका या दवा उपलब्ध नहीं है और न ही किसी प्रकार का कोई उपचार इसके लिए कारगर है। इसका सिर्फ और सिर्फ एक ही उपाय है मच्छरों की रोकथाम और अपने आसपास के वातावरण को साफ़ रखे। ताकि किसी भी तरह के मच्छरों का जन्म न हो सके और आप इससे बच सके।
ब्राज़ील के कई शहरो मे ज़ीका वायरस, डेंगू और चिकनगुनिया फैलने वाले मच्छरों के प्रजनन क्षेत्रो का पता लगाने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है। यहाँ के सबसे बड़े शहर से फूलों को इमारतों की छतों, बगीचों और कंगली स्थानों की जाँच की जा रही है। इन स्थानों पर मच्छरों के प्रजनन की सम्भावना अधिक होती है।
अमेरिका के खाद्य और औषधि प्रशासन (FDA) ने ज़ीका वायरस को रोकने के सम्बन्ध मैं अये दिशा निर्देश जारी किये है। दिशा-निर्देश मे यह बात साफतौर पर कही गयी है की पिछले 4 सप्ताहों मई ज़ीका वायरस प्रभावित देशो मे यात्रा कर चुके व्यक्ति रक्तदान करने के लिए कम से कम 4 सप्ताह का इतज़ार करे।
FDA के “Centre for Biologics Evaluation and Research” के निर्देशक पीटर मार्क्स ने कहा की उपलब्ध साक्ष्यो के अनुसार यह दिशा निर्देश जारी किये है। यह दिशा-निर्देश ज़ीका वायरस से संक्रमित रक्तदाता के रक्त या रक्त घटको को एकत्रित करने के जोखिम को कम करने मे मदद करेंगे। FDA ने कहा की ज़ीका वायरस से संक्रमित 5 मे से 4 व्यक्तियों मे इसके लक्षण जल्दी नजर नहीं आते है।
आपने जाना Zika Virus in Hindi, हमने आपको यहाँ इस संक्रमण से सम्बंधित सम्पूर्ण जानकारी दी है। आप इन लक्षणों को समझे और किसी भी प्रकार के ऐसे लक्षण दिखाई देने पर जल्दी-जल्दी अपने नजदीकी डॉक्टर से संपर्क करे और इस खतरनाक वायरस को नष्ट करने में मदद करे।
