Home Remedies for Skin Diseases in Hindi: चर्म रोग के लक्षण और घरेलू उपचार
चर्म रोग आपको कई तरह की परेशानिया दे सकता है। बारिश और गर्मी के मौसम मे इस तरह की समस्या अधिक होती है। ऐसे में त्वचा का बचाव करना बहुत जरुरी होता है नहीं तो चर्म रोग होने की सम्भावना ज्यादा होती है। आइये जानते है इस समस्या से बचने के लिए आसान घरेलु उपाय।आपको यह स्किन एलर्जी कई कारणों के वजह से हो सकती है। भले ही वह सूरज, कपडे या फिर साब्जियों, किसी दवाई, साबुन, कॉस्मेटिक के इस्तेमाल भी इस तरह की एलर्जी हो सकती है। स्किन बहुत ही संवेदनशील होती है इसलिए उस पर इन सब चीज़ों का असर बहुत जल्दी पड़ता है।
इस रोग मे आपकी स्किन पर बहुत अजीब से निशान उभर जाते है। और उसकी वजह से आप अपने आप को किसी के सामने नहीं ले जाना चाहते है। इन निशान से छुटकारा पाने के लिए आप ट्राय कर सकते है हमारे दिए गए कुछ आसान तरीके और कीजिये इन दाग को अपने से दूर।
Charm Rog Dur Kare Yeh
Aasan Gharelu Upchar
1) Genda:
गेंद गहरे पिले और नारंगी रंग का फूल होता है। यह स्किन की समस्याओ का प्रभावशाली घरेलु उपाय है। यह छोटे-मोटे कट, जलने, मच्छर के काटने, रूखी त्वचा और एक्ने आदि के लिए शानदार घरेलु उपाय है।इसमें एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-वायरल गुण होते है। यह सूजन को कम करने मे भी मदद करता है। इसके साथ ही गेंद जख्मो को जल्दी भरने मे मदद करता है।
यह हर प्रकार की त्वचा के लिए लाभकारी होता है। गेंदे की पत्तियो को पानी मे उबालकर उससे दिन मे 2-3 बार चेहरा धोने से एक्ने की समस्या दूर होती है।
2) Chamomile/Babune ka
Phul:
कैमोमिल का फूल त्वचा पर लगाने से जलन को शांत करता है और साथ ही अगर इसका सेवन किया जाये तो आंतरिक शांति प्रदान करता है। इसके साथ ही यह केंद्रीय तंत्रिका प्रणाली पर भी सकारात्मक असर डालता है।यह एक्जिमा मे भी काफी मददगार होता है। इसके फूलो से बनी हर्बल टी का दिन मे 3 बार सेवन आपको काफी फायदा पहुचाता है।
इसके साथ ही एक्जिमा और सोरायसिस जैसी बीमारियों से उबारने मे भी यह फूल काफी मदद करता है। एक साफ़ कपडे को कैमोमिल टी मे डुबाकर उसे त्वचा के संक्रमित हिस्से पर लगाने से काफी लाभ मिलता है। इस प्रक्रिया को 15-15 मिनट्स के लिए दिन में 4 से 6 बार करना चाहिए।
इसके कई अंडर ऑय मॉइस्चराइजर मे भी प्रयोग होता है। इससे डार्क सर्किल दूर होते है।
3) Comfrey:
इस फूल के पत्ते और जड़े सदियो से त्वचा संबंधी रोगों को ठीक करने में इस्तेमाल की जाती रही है। यह कट, जलन और अन्य कई जख्मो मे काफी लाभकारी होता है। इसमें मौजूद तत्व त्वचा द्वारा काफी तेज़ी से अवशोषित कर लिया जाता है। जिससे स्वस्थ कोशिका का निर्माण होता है।इसमें त्वचा को आराम पहुचाने वाले तत्व भी पाए जाते है। अगर त्वचा पर कही जख्म हो जाये तो कंफरे की जड़ो का पाउडर बनाकर उसे गरम पानी में मिलाकर एक गाढ़ा पेस्ट बना ले। इसे एक साफ़ कपडे पर फैला दे।
अब इस कपडे को जख्मो पर लगाने से चमत्कारी लाभ मिलता है। अगर आप इसे रात में बांधकर सो जाये तो सुबह तक आपको काफी आराम मिल जाता है। इसे कभी भी खाया नहीं जाना चाहिए, अन्यथा यह लिवर को नुक्सान पंहुचा सकता है।
गहरे जख्मो पर भी इसका इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। इससे त्वचा की ऊपरी परत तो ठीक हो जाती है, लेकिन भीतरी कोशिकाएं पूरी तरह ठीक नहीं हो पाती है।
4) Alsi ke Beej:
अलसी के बीज मे ओमेगा 3 फैटी एसिड होता है जो हमारे इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने मे मदद करता है।इसमें सूजन को कम करने वाले तत्व मौजूद होते है। यह स्किन डिसऑर्डर, जैसे एक्जिमा और पसोरियासिसब को भी ठीक करने मे मददगार होता है। बेहतर रहेगा की इसका सेवन किसी अन्य आहार के साथ ही किया जाये।
5) Nariyal ka Tel:
नारियल का तेल एंटी-बैक्टीरियल होने के कारन एलर्जी वाले ख़राब त्वचा को साफ़ करके निकाल देता है। इसीलिए एलर्जी होने पर नारियल का तेल का इस्तेमाल जरूर करे और सोने से पहले इसे जरूर लगाए।
6) Olive Oil:
ओलिव आयल मे पोलीफेनॉल्स एंटी-ऑक्सीडेंट्स होते है जो फ्री रेडिकल्स को समाप्त होने से बचाता है। स्किन प्रॉब्लम पर ओलिव ऑइल लगाने से तुरंत आराम मिलता है।खासतौर पर चर्म रोग पर और जलन वाली जगह मे यह बहुत ही असरदार साबित होते है।
7) Nimbu ka Ras:
निम्बू में मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट्स त्वचा की एलर्जी को दूर करने मे फायदेमंद होता है। एलर्जी वाली जगह पर रुई से निम्बू का रस लगाए। इसके अलावा आप इसको नारियल के तेल के साथ भी मिला कर लगा सकते है।
8) Anya Upay:
हल्दी, लाल चन्दन, नीम के छाल, चिरायता, बहेड़ा, अमला, हरड और अडूसे के पत्ते को एक सामान मात्रा मे लीजिये। इन सभी सामानों को पानी मे पूरी तरह से फूलने के लिए भिगो ले। जब यह सारे सामान पूरी तरह से फूल जाये तो पीसकर एक पेस्ट बना लीजिये।अब इस पेस्ट से 4 गुना अधिक मात्रा मे तिल का तेल लीजिये। उसके बाद मिश्रण को मंद आंच पर तब तक गर्म करते रहिये जब तक पानी भाप न बन जाये।
इस पेस्ट को पुरे शरीर मे जहा-जहा खुजली हो रही हो वहां पर या फिर पुरे शरीर मे लगाइये। इसको लगते रहने से आपके त्वचा से चर्म रोग ठीक हो जायेगा।
एक्जिमा, सोरायसिस, मस्सा, लक्सोडर्म, खुजली चर्म रोग के प्रकार है। किसी भी प्रकार का चर्म रोग तब तक ठीक नहीं हो जाता है जब तक वह बहुत कष्ठदायक होता है। जिसके कारण से आदमी मानसिक रूप से बीमार हो जाता है।
चर्म रोग की समस्या होने पर आप चिकित्सक से सलाह ले सकते है और साथ ही साथ आप इन उपाय की मदद से अपने इस रोग को ठीक कर सकते है।