Migraine Symptoms And Treatment in Hindi: माइग्रेन, अधकपारी का कारण, लक्षण और उपचार
वैसे तो सर दर्द होना बेहद ही आम बात होती है। पोष्टिक आहार ना लेना, काम का तनाव, प्रेसर इन सब से सर दर्द होता ही है। पर यदि सर दर्द हद से ज्यादा हो रहा है तो इसे नज़र अंदाज ना करे। यह माइग्रेन भी हो सकता है। माइग्रेन ऐसी बीमारी है जिसके मरीज दुनिया भर मे बढ़ते जा रहे है। यहां तक की हमारे देश में भी इसकी तादात बहुत ज्यादा है।
माइग्रेन को बहुत लोग अधकपारी के नाम से भी जानते है। जिसमे बार बार बहुत तेज़ दर्द होता है। इस समस्या मे सर के आधे भाग मे बहुत तेज दर्द होता है। कुछ लोग सोचते है की माइग्रेन में सिर्फ सर के आधे हिस्से मे दर्द होता है लेकिन ऐसा बिलकुल भी नहीं है। माइग्रेन आधे, पुरे या सर के किसी भी भाग मे हो सकता है।
कुछ सोधो के अनुसार अमेरिका मे लगभग 30 प्रतिशत लोग इस समस्या से ग्रसित है। और इंडिया की बात कहे तो इसका आकड़ा 30 प्रतिशत से भी कही ज्यादा है। माइग्रेन के दौरान सरदर्द, जी मचलाना, उलटी जैसी समस्या होती है। तो आइये जानते है ऐसे ही कुछ Migraine Symptoms in Hindi.
यहाँ तक की माइग्रेन की समस्या अन्य रोगों के फलस्वरूप भी हो सकती है। माइग्रेन की समस्या के लिए जो रोग जिम्मेदार है उनमे से कुछ है नजला, जुखाम और कब्ज की परेशानी है। इसके अलावा यह रोग मासिक धर्म मे गड़बड़ी के कारन हो सकता है। आँखों मे दृष्टिकोण के कारण भी आधे सर मे दर्द हो सकता है।
माइग्रेन को बहुत लोग अधकपारी के नाम से भी जानते है। जिसमे बार बार बहुत तेज़ दर्द होता है। इस समस्या मे सर के आधे भाग मे बहुत तेज दर्द होता है। कुछ लोग सोचते है की माइग्रेन में सिर्फ सर के आधे हिस्से मे दर्द होता है लेकिन ऐसा बिलकुल भी नहीं है। माइग्रेन आधे, पुरे या सर के किसी भी भाग मे हो सकता है।
कुछ सोधो के अनुसार अमेरिका मे लगभग 30 प्रतिशत लोग इस समस्या से ग्रसित है। और इंडिया की बात कहे तो इसका आकड़ा 30 प्रतिशत से भी कही ज्यादा है। माइग्रेन के दौरान सरदर्द, जी मचलाना, उलटी जैसी समस्या होती है। तो आइये जानते है ऐसे ही कुछ Migraine Symptoms in Hindi.
Symptoms of Migraine: Iske Lakshan
Pehchaniye
Migraine Symptoms in Hindi
माइग्रेन की शुरुआत किसी भी उम्र में हो सकती है। बच्चे, किशोर और वयस्क होने पर भी यह समस्या हो सकती है। इससे ग्रस्त व्यक्ति की दृष्टि अचानक धुंदली हो जाती है। और उसे अपने सामने मौजूद चीज़े कम्पन करती हुई नजर आने लगती है। माइग्रेन पीड़ित व्यक्तियों मे निम्नलिखित लक्षण मे से कुछ लक्षण हो सकते है।
Nind Ki Kami
जिन लोगो को माइग्रेन की समस्या रहती है। उन्हें गहरी नींद नहीं आती। कुछ अध्यनो से साफ़ हो चूका है की माइग्रेन पीड़ित व्यक्तियों को लगातार नींद नहीं आती। एक बार नींद खुल जाने पर वापिस नींद आने मे भी बहुत परेशानी होती है।
Gardan Mai Dard Rehna
माइग्रेन सिम्पटम्स के अन्तर्गत सर का दर्द भी आता है। बहुत से लोगो को पहले गर्दन मे दर्द होता है। फिर उसके बार सर दर्द की शिकायत रहती है। दरअशल एक सर्वे मे यह बात सामने आई है की 31 फीसदी माइग्रेन रोगियों को पहले गर्दन मे दर्द की शिकायत हुई फिर उसके बाद माइग्रेन की समस्या हुई।
Ji Machlana
माइग्रेन के दर्द मे व्यक्ति का जी मचलता है, उल्टी आती है। इन सारी परेशानियों के चलते माइग्रेन के रोगियों का स्वाभाव चिड़चिड़ा हो जाता है।
Tanav
थोड़ी थोड़ी देर मे मूड बदलना भी माइग्रेन रोगी का लक्षण होता है। इसको कई मरीजो मे देखा गया है की वह अचानक तनाव मे आ जाते है और थोड़ी देर बाद बिना किसी कारण के सामान्य हो जाते है। इसके अलावा माइग्रेन रोगी मे चिड़चिड़े पन की भी समस्या पाई जाती है। और ऐसे व्यक्ति उत्तेजित भी हो जाते है।
Anuvanshik Karan
कुछ मामलो मे पारिवारिक इतिहास के तौर पर माइग्रेन की समस्या देखि जाती है। ऐसा देखा गया है। इन परिवारों मे पैदा होने वाले बच्चो को एक खाश उम्र मे जाकर माइग्रेन का दर्द शुरू हो जाता है।
Aankho Se Pani Behna
माइग्रेन के कुछ लक्षणों में से एक नाक और आँख से पानी बहना भी है। अगर आपको भी लगातार आँख और नाक से पानी बहने की समस्या है तो आपको माइग्रेन की समस्या हो सकती है। इसके अलावा आँखों मे दर्द भी रह सकता है।
Dhadkan Tej Hona
अगर सर दर्द के साथ आपकी धड़कन भी बढ़ जाये तो यह भी माइग्रेन का ही लक्षण है। यह सर दर्द एक तरफ या दोनों तरफ भी हो सकता है। ऑनलाइन किये गए कुछ सर्वे मे देखा गया है की 50 फीसदी माइग्रेन रोगियों के एक साइड मे सर दर्द होता है। जबकि 34 फीसदी के दोनों साइड मे सर दर्द होता है।
Migraine Hone Ke Karan
माइग्रेन के कई कारण हो सकते है। जिन लोगो को हाई या लौ ब्लड प्रेशर, ब्लड शुगर और तनाव जैसी समस्याए होती है। उन्हें भी माइग्रेन से ग्रस्त होने की आशंका बढ़ जाती है। कई बार तो इन्ही कारणों से माइग्रेन हो जाता है। इसके अलावा हैंगओवर, किसी तरह का संक्रमण और शरीर मे विषैले तत्वो का जमाव भी इसकी वजह हो सकता है।यहाँ तक की माइग्रेन की समस्या अन्य रोगों के फलस्वरूप भी हो सकती है। माइग्रेन की समस्या के लिए जो रोग जिम्मेदार है उनमे से कुछ है नजला, जुखाम और कब्ज की परेशानी है। इसके अलावा यह रोग मासिक धर्म मे गड़बड़ी के कारन हो सकता है। आँखों मे दृष्टिकोण के कारण भी आधे सर मे दर्द हो सकता है।
Migraine Ke Prakar
आमतौर पर दो तरह के माइग्रेन अटैक होते है। एक होता है कॉमन माइग्रेन और दूसरा क्लासिक माइग्रेन। कॉमन माइग्रेन मे आमतौर पर सर के एक हिस्से मे हल्का या बहुत तेज़ दर्द शुरू होकर पुरे सर मे दर्द फ़ैल जाता है। यह दर्द 5 घंटे से लेकर 3 दिन तक रह सकता है। क्लासिक माइग्रेन मे दर्द कॉमन माइग्रेन की तरह ही होता है। फर्क बस इतना होता है की इसमें पीड़ित व्यक्ति को चेतावनी, सर दर्द शुरू होने से पहले ही मिल जाती है।
इसमें काले धब्बे दिखना, चीज़े घूमती दिखना, बोलने के समय कठिनाई महसूस करना जैसा प्रतीत होता है। ऐसी स्तिथि मे सर दर्द शुरू होने से पहले ही दवाई के जरिये इसे रोका जा सकता है।