pregnancy phobia in hindi
Pregnancy Phobia Par Kabu Pane ke
Tarike
माँ बनने का अहसास शायद इस दुनिया के सबसे खूबसूरत एहसासों मे से एक है। प्रेगनेंसी को हम ख़ुशी के साथ जोड़ते है क्योंकि घर मे एक नए मेहमान के आने खुशिया दुगुनी हो जाती है। इसे टोकोफोबिया के नाम से भी जाना जाता है।
लेकिन कुछ महिलाये प्रसव और उससे पहले के दौर से गुजरने के बाद बहुत डर जाती है, इसलिए दोबारा से गर्भवती होना भी नहीं चाहती है। हलाकि प्रेगनेंसी का यह डर कई महिलायो मे आम होता है और इस डर के पीछे कोई और नहीं बल्कि दिमागी डर छुपा होता है। अगर आप भी प्रेगनेंसी फोबिया से गुजर रही है तो यह टिप्स आपके काम आ सकते है।
Kyu Hota Hai Tokophobia?
कई महिलाये प्रसव को लेकर इतनी अधिक डरी होती है की वह 40 तक की उम्र पार होने के बाद भी गर्भवती नहीं होना चाहती है। कुछ महिलाये तो अपनी बॉडी शेप को लेकर ही डर जाती है, की अगर उनका वही सुडौल शेप दुबारा न मिल पाया तो क्या होगा। कुछ महिलाये इसलिए डरती है की माँ बनने के बाद उनके पार्टनर उन्हें पहले जैसा प्यार नहीं करेगे। कुछ को लगता है की उनकी जिंदगी मे एक नया मेहमान आने से उनकी दिनचर्या प्रभावित हो जाएगी। इसके अलावा महिला को प्रसव के दौरान होने वाला दर्द सबसे अधिक सताता है।
Inn Aasan Tariko se Dur Kare
Pregnancy Phobia aur Swasth Bacche ko Janm De
Counselor se Baat Kare:-
गर्भवस्था बाद अगर आप को डर लग रहा है, प्रसव के बाद होने वाले दर्द से आप उबर नहीं पा रही है तो सबसे पहले एक काउंसलर के पास जाये और उससे सलाह ले। कॉउंसलर के पास इस दर्द से बाहर निकलने की तरकीबे होगी जो आपके लिए फायदेमंद हो सकती है। उन महिलाओ से भी बात करनी चाहिए जो इस दौर से गुजर चुकी है।
Partner ke Saath:-
अगर आपकी महिला साथी किसी भी प्रकार के सदमे से गुजर रही है तो इससे बाहर निकलने का काम उसके पुरुष मित्र का सबसे अधिक है। क्योंकि वह ही उसकी भावनाओ को समझकर उसे इससे बाहर निकालने मे मदद कर सकता है। तो पार्टनर को चाहिए की अपनी महिला साथी की हर तरह से मदद करे।
Sakaratmak Soch Rakhe:-
हर दर्द की दवा है सकारात्मक सोच, यही सोच आपको हर कदम पर साथ निभाती है। आपको इस पॉजिटिव सोच की और भी ध्यान देना चाहिए की अगर इस दुनिया मे बच्चा लाना ख़ुशी की बात नहीं होती, तो बहुत से जोड़े यह काम न करते। जब पुराने ज़माने मे महिलाये बिना किसी मेडिकल सहायता के प्रसव के दौर से आराम से गुजर जाती थी, तो आपको तो इतनी सारी मेडिकल सुविधाएं उपलब्ध है, ऐसे मे डर किस बात का।
Jankari Ikkatha Kare:-
गर्भावस्था से लेकर प्रसव तक के बारे मे सभी प्रकार की जानकारी इक्कठा कीजिये। बच्चा होने से सम्बंधित जानकारी के बारे मे लोगो से पूछने की बजाय अच्छा होगा की आप TV या फिर अच्छी किताबो मे पढ़ कर जानकारी प्राप्त करे। आपको तो इस बात से खुश होना चाहिए की प्रेगनेंसी के समय आप आराम से बिना किसी चिंता के जितनी मर्जी उतनी कैलोरी का खाना खा सकती है।
माँ बनना एक खूबसूरत अहसास है, और घर मे एक नए मेहमान के आने से खुशिया भी बढ़ जाती है। इतनी मेडिकल सुविधाओ ने प्रसव के दर्द को कम कर दिया है। तो फिर प्रेगनेंसी फोबिया क्यों। आज से ही इस फोबिया को दूर करे और स्वस्थ बच्चे को जन्म दे।

