Pregnancy Myths in Hindi: Garbhavastha Se Judi Galatfehmiya
गर्भावस्था का समय प्रत्येक नारी के लिए सबसे खूबसूरत समय होता है। यह वो वक्त होता है जब आप और आपके अपने आपकी हर छोटी छोटी बातों का ख्याल रखते है। क्योकि इस वक्त थोड़ी सी भी लापरवाही आपके बच्चे को नुक्सान पंहुचा सकती है।
इसलिए आप हर उस बात को मानती है जो आपके होने वाले बच्चे से जुडी है। लेकिन ऐसे समय को आपको सही और सटीक जानकारी होना बहुत जरुरी है। क्योंकि कई बाते ऐसी भी होती है जो मिथक भी होती है। आपको पता होना चाहिए की क्या बात सही है और क्या मिथक है।
क्योंकि गर्भावस्था के 9 महीने गर्भवती महिला के लिए बहुत संवेदनशील होते है। इस दौरान महिलाओ के स्वस्थ, व्यव्हार मे कई तरह के बदलाव आते है। गृभवती महिला को इसी दौरान कई सलाह दी जाती है लेकिन कुछ बाते ऐसी भी है जिनको मानना जरुरी नहीं है उनमे से कुछ बाते मिथक भी होती है।
कुछ ऐसे भ्रम है जिनको गर्भवती महिला को बताया जाता है। जिससे उसके होने वाले बच्चे को नुक्सान पहुच सकता है। परंतु वास्तव मे ऐसा कुछ नहीं होता है। इसलिए आज हम आपको इन भ्रम से जुडी कुछ बाते बताने जा रहे है। जानते है Pregnancy Myths in Hindi.
इसलिए आप हर उस बात को मानती है जो आपके होने वाले बच्चे से जुडी है। लेकिन ऐसे समय को आपको सही और सटीक जानकारी होना बहुत जरुरी है। क्योंकि कई बाते ऐसी भी होती है जो मिथक भी होती है। आपको पता होना चाहिए की क्या बात सही है और क्या मिथक है।
क्योंकि गर्भावस्था के 9 महीने गर्भवती महिला के लिए बहुत संवेदनशील होते है। इस दौरान महिलाओ के स्वस्थ, व्यव्हार मे कई तरह के बदलाव आते है। गृभवती महिला को इसी दौरान कई सलाह दी जाती है लेकिन कुछ बाते ऐसी भी है जिनको मानना जरुरी नहीं है उनमे से कुछ बाते मिथक भी होती है।
कुछ ऐसे भ्रम है जिनको गर्भवती महिला को बताया जाता है। जिससे उसके होने वाले बच्चे को नुक्सान पहुच सकता है। परंतु वास्तव मे ऐसा कुछ नहीं होता है। इसलिए आज हम आपको इन भ्रम से जुडी कुछ बाते बताने जा रहे है। जानते है Pregnancy Myths in Hindi.
Pregnancy Myths in Hindi: Garbhavati
Mahila Jarur Jane
Myth 1: Pet Ka Ubhar Ko Lekar
Galatfehmi
कई लोगो का ऐसा मानना है की पेट का उभार ज्यादा होगा तो लड़की होगी और यदि उभार कम हुआ तो लड़का होगा। लेकिन विशेषज्ञओ का कहना है की पेट का आकार महिला के भ्रूण की अवस्था, मांसपेशियों का आकर आदि के पर निर्भर करता है। साथ ही उनके उदार पर जमी चर्बी भी इसका एक कारण है।
Myth 2: Alcohol Ka Sevan
ऐसा कहा जाता है गर्भवती महिला को अल्कोहल का सेवन नहीं करना चाहिए। किन्तु यह पूरी सच्चाई नहीं है, यदि आप ड्रिंक करती है तो गर्भअवश्था के दौरान हफ्ते मे एक बार बहुत कम मात्रा मे अल्कोहल का सेवन कर सकती है। परन्तु इसका मतलब यह नहीं की थोड़ा थोड़ा करके बहुत ज्यादा पी ले क्योंकि इससे भ्रूण को और आपको दोनों को नुकसान होगा।
Myth 3: Coffee Ka Sevan
कॉफ़ी गर्भवती महिला के लिए पीना नुकसानदेह माना जाता है। लेकिन ऐसा नहीं है आप दिन मे एक कप कॉफ़ी पी सकते है। परंतु ध्यान रखे की एक से ज्यादा कॉफ़ी पीना आपके स्वस्थ के लिए अच्छा नहीं होता है। कई बार इससे गर्भपात भी हो सकता है।
Myth 4: Khane Ki Chahat
यह भी मान्यता है की गृभवती महिला को यदि मीठा खाने की इच्छा हो रही है तो लड़की होगी और नमकीन खाने का मन कर रहा है तो लड़का होगा। लेकिन यदि हम Pregnancy Myths about Gender की बात करे तो होने वाले बच्चे के लिंग का खाने की चीजो से कोई लेना देना नहीं है।
Myth 5: Anguthi Ka Movement
कई लोगो को उत्सुकता होती है की लड़का होगा या लड़की उसके लिए कई तरह की चीजे करते है जैसे अंगूठी को धागे से बांध कर पेट पर ले जाकर हिलाते है यदि इसका मूवमेंट आगे पीछे हो तो लड़का होगा। वही अगर अंगूठी गोल घूम रही है तो आपको लड़की होगी। लेकिन यह सत्य नहीं है यदि आप इससे मस्ती मजे के लिए कर रहे है तो कोई बात नहीं।
Myth 6: Paracetamol Dawai
इस बात मे बिलकुल सच्चाई नहीं है की गर्भावस्था के समय आप पेरासिटामोल का सेवन नहीं कर सकते। क्योंकि बच्चो पर इसके अभी तक कोई दुष परिणाम सामने नहीं आये है। लेकिन गर्भवती महिला को दवाइयों का सेवन जितना हो सके कम करना चाहिए। और चाहे कोई भी दवाई हो बिना चिकित्सक की सलाह के नहीं लेना चाहिए।
Myth 7: Baalo Par Color
गर्भवती होने के दौरान बाल कलर करने को लेकर कई लोगो मे मिथक है। लेकिन डॉक्टर की माने तो शुरवात के तीन महीनो मे बालो मे कलर नहीं करना चाहिए जिससे कलर मे मौजूद केमिकल सर के रस्ते से भ्रूण तक न जाये। क्योकि उस वक्त बच्चे का अंग आकर ले रहे होते है।
Myth 8: Masik Dhram
गर्भधारण करने को लेकर माना जाता है की मासिक धर्म के 14 वे दिन बाद गर्भवती होने की संभावनाएं काफी होती है। इसलिए उसी समय सम्भोग करना चाहिए लेकिन इस बात मे बिलकुल भी सच्चाई नहीं है क्योंकि प्रत्येक महिला का मासिक चक्र अलग अलग होता है।
Myth 9: Garbhavastha mai Vyayam
ऐसी भी मान्यता है की गर्भावस्था के समय व्यायाम नहीं करना चाहिए। किन्तु इस बात मे पूरी सच्चाई नहीं है। गर्भअवश्था के दौरान कुछ व्यायाम होते है जिनको करना बहुत आवश्यक होता है। ताकि आपकी मांसपेशिया मजबूत बनी रहे और आपका बच्चा स्वस्थ हो। लेकिन व्यायाम करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर ले।
Myth 10: Bhojan Ka Kare Sevan
हर महिला को प्रेगनेंसी फैक्ट्स एंड मैथ्स पता होना चाहिए। कहा जाता है की गर्भवती महिला को दिन मे कम से कम 3 से 4 बार खाना खाना चाहिए। लेकिन ऐसा बिलकुल भी नहीं है आप चाहे तो थोड़ा थोड़ा करके दिन मे 6 से 7 बार खाना खा सकती है। इसकी वजह से शर्करा का स्तर सही बना रहता है। परंतु याद रखे की न तो ज्यादा खाये और न ही डाइटिंग करे।
Myth 11: Hriday mai Jalan
यदि गर्भअवश्था के समय आपको कभी कभी ह्रदय मे जलन होती तो कहा जाता है की आपके बच्चे के सर मे बहुत ज्यादा बाल होंगे। लेकिन इस तरह की जलन होना गर्भवती महिला के लिए बहुत आम बात है इसके होने वाले बच्चे के बाल से कुछ लेना देना नहीं है।
Myth 12: Peeth Ke Bal Sone Se Bacche
Ko Nuksan
पीठ के बल सोने से बच्चे को बिलकुल भी नुक्सान नहीं होता है। परंतु डॉक्टर गृभवती महिला को बायीं तरफ करवट लेके सोने की सलाह देते है। इससे गर्भवती को अच्छा भी महसूस होता है और uterus और plasanta मे रक्त प्रवाह भी बढ़ जाता है।
ऊपर आपने जाना Pregnancy Myths in Hindi. हम जानते है की गर्भावस्था बहुत ही मुश्किल दौर है। लेकिन यदि आपको किसी भी तरह का confusion होता है तो आप इसमें चिकित्सक की सलाह ले सकते है। वे आपको बिलकुल सही तरह से गाइड करेंगे।
