Sleepwalking Disorder in Hindi: नींद में चलना लक्षण और समाधान: Jane Lakshan aur Samadhan
नींद में चलने की बीमारी किसी भी व्यक्ति को हो सकती है। इसे एक सामान्य बीमारी तो नहीं कहा जा सकता है, क्योकि यह रोग कम लोगो में देखा जाता है। जब लोग नींद में उठकर अचानक चलना शुरू कर देते है। उन्हें इस बात का एहसास भी नहीं होता की वो नींद में चल रहे है। अपने कमरे मे, अपने घर में और कई बार तो लोग नींद में बहुत दूर तक निकल जाते है, जो अधिक खतरनाक हो सकता है।
Sleepwalking Disorder in Hindi में व्यक्ति नींद में उठकर बिस्तर पर बैठ जाता है और आँखे खोल लेता है। अचानक बात करने लगते है और कभी-कभी अपने दैनिक दिनचर्या के काम भी करने लगता है। अगर कोई उनकी बात का जवाब देता है तो उन्हें होश नहीं होता है और आप उन्हें नींद से जागते है, तो उन्हें नहीं पता होता है की वो क्या कर रहे थे। उन्हें याद नहीं रहता है की वो कुछ ऐसा कर भी रहे थे।
वैसे तो स्लीपवॉकिंग की समस्या केवल 10 से 15 मिनट के लिए होती है, लेकिन किसी-किसी व्यक्ति को यह ½ घंटे या उससे भी ज्यादा समय तक हो सकती है। इसलिए इस समस्या का पूरा इलाज करना चाहिए और समय रहते चिकित्सक से सलाह ले लेना चाहिए।
Sleepwalking Disorder in
Hindi: Jane Iske Karan aur Upchar
Causes of Sleepwalking:
Iske Karan Pehchaniye
आइए समझते है केसेस ऑफ़ स्लीपवॉकिंग, जिनके जरिये हम इस परेशानी से बच सके-बाधक निद्रा आश्वासन (Obstructive sleep apnea)
पेरियोडिक लेग मूवमेंट
रेस्टलेसनेस लेग सिंड्रोम
गैस्ट्रो एसोफैगेल रिफ्लक्स
सेजुड़ेस
जेनेटिक
अगर किसी भी व्यक्ति को नींद में चलने की आदत है, तो बिना समय नष्ट किये इसका उपचार करवाये, क्योकि कई बार दवाओं से भी इसका इलाज संभव नहीं हो पता है।
Sleepwalking Symptoms:
Iske Lakshan
यह समस्या सबसे अधिक गहरी नींद में चले जाने पर होती है, कभी-कभी हल्की नींद में भी हो सकती है। आमतौर पर सोने के कुछ घंटो बाद ही नींद में चलने का प्रकरण शुरू हो जाता है। आइये जानते है कुछ सामान्य स्लीपवॉकिंग सिम्पटम्स-नींद मे चलते दौरान बात करने लगना
आपको कुछ याद नहीं रहता है की अपने स्लीप्स वाक के दौरान क्या-क्या किया
अनुचित व्यव्हार करने या बच्चो द्वारा पेशाब कर देना
आँखों में किसी भी तरह की हरकत ना करना
नींद में चलते समय आप किसी के साथ हिंसक व्यवहार भी कर सकते है।
यह सभी कुछ ऐसे सामान्य लक्षण है जिनके द्वारा आप इस बीमारी को समझ सकते है। इससे डरने की बजाए इन लक्षणों को समझकर, अपना उपचार जल्दी से जल्दी शुरू कर दे।
Sleepwalking Treatment:
Upchar ke Tarike
Nidra vichran se nivaran
ke kuch samanya upchar –
पर्याप्त नींद लेतनाव कम रखे
उत्तेजित होकर ना सोये
नियमित योग और व्यायाम करे
Home Remedies for
Sleepwalking: Kuch Gharelu Upchar
अगर आप भी इस समस्या से जूझ रहे है तो डरे नहीं हम आपको कुछ Home Remedies for Sleepwalking की जानकारी दे रहे है, जो आपके लिए फायदेमंद होंगे।जिस भी व्यक्ति या बच्चे को नींद में चलने की समस्या है, उनके घर वालो को तब तक जागना चाहिए जब तक उस व्यक्ति का नींद में चलने का समय चला ना जाए। ऐसे लोगो को अपने दैनिक समय से 15-20 मिनट पहले उठ जाना चाइये।
यदि यह परेशानी किसी बच्चे को है, उनसे बात करके उनकी समस्या का समाधान करने की कोशिश करे।
तनाव एक सामान्य समस्या है। अपने काम और परिवार में चल रही परेशानी भी इसकी वजह हो सकती है। ऐसी स्थिति होने पर कुछ समय के लिए घर से दूर किसी शांत जगह पर चले जाए।
बच्चो में यह बीमारी हो जाने पर बहुत अधिक समस्या हो जाती है, क्योकि बच्चो में समझ का आभाव होता है। ऐसे में माता पिता को बच्चे में हो रही इस समस्या का समय जान कर, उस समय से पहले ही उठ जाना चाइये।
योग और व्यायाम के जरिये आप इस परेशानी से बच सकते है। प्रतिदिन जल्दी उठकर सुखासन और सूर्य नमस्कार जैसे सामान्य योग का अभ्यास करे।
रोग किसी भी तरह का क्यों ना हो उससे मुक्ति पाई जा सकती है, अगर हम समय रहते उनके लक्षणों को समझे और सही उपचार करे तो आप हर परेशानी से राहत पा सकते है। अगर आप भी Sleepwalking Disorder in Hindi से परेशान है तो ऊपर दिए गए कारण और उपचार को समझे और अपने आप को इस बीमारी से निजाद दिलवाये।
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