Dengue Symptoms and Treatment in Hindi - Dengue Bukhar ke Lakshan aur Upay Gharelu Nuskhe
डेंगू फीवर एक वायरल बीमारी है, जो की डेंगू वायरस के चार प्रकार में से एक प्रकार के वायरस के कारण होता है। इस रोग में तेज़ बुखार आता है। डेंगू बुखार धीरे-धीरे एक महामारी के रूप में फैलता है।
लेकिन इस बुखार के लक्षण को शुरुआत में आसानी से देखा जा सकता है, जिससे इसका इलाज संभव होता है। तो चलिए आज जानते है की, डेंगू सिम्पटम्स को किस तरह से पहचान की जा सकती है।
Dengue Kese Failta Hai?
हवा, पानी, खाने या टच करने से नहीं फैलता है। यह एक फीमेल मॉसक्विटो के काटने से फैलता है। इससे बचने के लिए आपको इस फीमेल एडीज एजिप्टी मॉसक्विटो से दूर रहना होगा।
वैसे देखा गया है की, दुनिया में बहुत से लोग डेंगू फीवर के शिकार हो जाते है। इंडिया में भी कई लोगो की इस फीवर के कारण मौत हो चुकी है। इस बीमारी से बचने के लिए जरुरी है की लोग इसके प्रति जागरूक हो। इसके लक्षणों की पहचान करके इसका जल्दी ही इलाज करे। तो फिर चलिए आज हम इस आर्टिकल के द्वारा आपको Dengue Symptoms and Treatment in Hindi के बारे में बताते है।
वैसे देखा गया है की, दुनिया में बहुत से लोग डेंगू फीवर के शिकार हो जाते है। इंडिया में भी कई लोगो की इस फीवर के कारण मौत हो चुकी है। इस बीमारी से बचने के लिए जरुरी है की लोग इसके प्रति जागरूक हो। इसके लक्षणों की पहचान करके इसका जल्दी ही इलाज करे। तो फिर चलिए आज हम इस आर्टिकल के द्वारा आपको Dengue Symptoms and Treatment in Hindi के बारे में बताते है।
Symptoms of Dengue: Iske Lakshano ki
Pahchan Sahi Time Par Kare
• ठण्ड लगती है और तेज बुखार आता है।
• डेंगू होने पर शरीर पर लाल स्पॉट भी हो जाते है जो सबसे पहले पैरो में स्टार्ट हो कर पुरे शरीर में फ़ैल जाते है।
• डेंगू सिम्पटम्स की बात करते है तो, पेट ख़राब हो जाना, पेट में दर्द या दस्त लगना सब आम बात है। ब्लैडर की प्रॉब्लम होना निरंतर चक्कर आना और भूक न लगना।
• ब्लड में प्लेटलेट्स की संख्या कम होना और नब्ज का दबाव कम होना।
• लगातार सर दर्द होना।
• खुनी दस्त लगते है और खुनी उल्टियां होती है।
• जब डेंगू हेमोररहगीक फीवर होता है तो ब्लीडिंग स्टार्ट हो जाती है, जिस से रक्त की कमी हो जाती है। थ्रोम्बोसायटोपेनिया की प्रॉब्लम भी हो जाती है। बहुत से मामलो में तो मौत भी हो जाती है।
• आँखों में बहुत दर्द होता है।
Dengue Se Bachne Ke
Tarike Aur Upay
डेंगू बुखार से कैसे बचे इसकी सही जानकारी हो तो हम काफी हद तक डेंगू से बचे रह सकते है। डेंगू के रोकथाम के लिए ये जरुरी है की डेंगू के मच्छरों के काटने से बचे और इन मच्छरों के फैलने पर नियंत्रण रखा जाये।
मच्छरों को नियंत्रित करने के लिए कीटनाशको का प्रयोग किया जाता है। मच्छरों को काबू करने में कीटनाशक धुंआ किसी सीमा तक प्रभावी हो सकते है पर मच्छरों को काटने से रोक देना भी एक तरीका है। इस प्रजाति के मच्छर दिन में काटते है जिससे मामला गंभीर बन जाता है।
- पुरे कपडे पहना करे और रात को मच्छदानी का प्रयोग करे।
- घर के अंदर और घर के आसपास कही पानी जमा न होने दे।
- अपने आसपास सफाई का पूरा ध्यान रखे और आप जहाँ पानी इकठा कर के रखते है उसे हमेशा ढक कर रखे।
- घर में मच्छर मारने की coil या मशीन जैसे की allout लगा कर रखे।
- तुलसी के पौधे की सुगंध से डेंगू के मच्छर भाग जाते है। इसलिए घर में तुलसी के पौधे जरूर लगाए।
Baba Ramdev ka Dengue Ka
Gharelu Upchar – Dengue Ka Ayurvedic Upay
डेंगू होने पर बुखार कण्ट्रोल नही होता और मरीज के प्लेटलेट्स कम हो जाते है जो कई बार दुबारा चढाने पर भी फिर से कम हो जाते है। कई बार प्लेटलेट्स के घटने से और लगातार बुखार के रहने से मरीज की मौत भी हो जाती है। यही कारण है की डेंगू को एक जान लेवा बीमारी कहा जाता है।
Dengue Bhukhar Mein Kya
Khaye
एलोवेरा, गिलोय, गेहू का जावरा, और पपीते के पत्तो का रस मिला कर पिने से 100% डेंगू ठीक हो जाता है। आप यही रस चिकनगुनिया के मरीज को भी पिला सकते है। अगर ये चारो चीजे न मिले तो सिर्फ गिलोय का पानी दिन में 3 बार पिने से भी डेंगू ठीक हो जाता है।
हर रोज सुबह शाम गिलोय का रस घी में या शहद में मिला कर पीने से शरीर में ब्लड की कमी दूर होती है।
Dengu Bukhar Ka Ramban
Upchar
1 गिलास पानी में थोड़ी सी गिलोय को पीस ले और उसमे 5-6 पत्तिया तुलसी की मिला कर उबाल ले और एक काढ़ा बना कर पिए। इसके साथ 3 चम्मच अलोएवेरा का रस पानी में मिला कर हर रोज पिए तो कभी कोई बीमारी नही होगी, इसमें पपीते के 3-4 पत्तो का रस मिला कर दिन में 3 से 4 बार पीने से प्लेटलेट की मात्रा जल्दी से बढ़ती है। ये दवा डेंगू, स्वाइन फ्लू और चिकनगुनिया में रामबाण का काम करती है।
ऊपर हमने आपको Dengue Symptoms and Treatment in Hindi के बारे में बताया है। तो बस अगर आप इस लक्षण से ग्रसित है तो तुरंत डॉक्टर से सम्पर्क करे।आप को ये लेख कैसा लगा हमें जरूर बताये और साथ ही अपने अनुभव भी बताये। और अगर आपके पास भी घर बैठे डेंगू बुखार के इलाज के नुस्खे और उपाय हो तो यहाँ हमारे साथ शेयर करे। आप के द्वारा शेयर की हुई इनफार्मेशन दुसरो के काम आ सकती है।
